रंग उड़ाने के नुक़सानात

🔵आज का सवाल 🔵

होली में रंग उड़ाने का क्या हुक्म है? हमारे स्कूल और कॉलेज में मुस्लिम बच्चे भी बहुत खेलते है उस से बचने के लिए क्या करना चाहिए. ?


🔴जवाब🔴


होली गैरों का तेहवार है, उस में रंग उड़ाना गैरों की मुशाबहत की वजह से जाइज़  नहीं, ये ईमान को बर्बाद करने वाली चीज़ है, इस से खुद भी बचना चाहिए और अपनी अवलाद को भी बचाना चाहिए, उस से बचने के लिए उस के नुक़सानात से लोगों को आगाह करना चाहिए, उस के नुक़सानात हम नीचे बताते है.👇

1. रंग आँखों में जाने की वजह से बिनाई -देखने की क़ुव्वत[ताक़त] जाने का या उस की रौशनी कम हो जाने का खतरा है, कई अफ़राद को आँखों का नुकसान हर साल होता है. 

2. नाक में जाकर फेफड़े में इन्फेक्सशन होने का अंदेशा है. 

3. रंग कान में जाता है तो सुनने की क़ुव्वत पर भी असर पड़ता है. 

4. रंग और उस का केमिकल चमड़ी पर लगने की वजह से चमड़ी की बीमारियां पैदा होती है. 

6. पानी जैसी क़ीमती नेअमत जाये और बर्बाद होती है, अल्लाह को एक एक क़तरे का हिसाब देना होगा. 

7. कलर फुग्गे पिचकारी रंग के -साधन खरीदने में पैसों को फ़ुज़ूल खर्च करना अल्लाह क़यामत में ये भी पूछेगा माल कहाँ खर्च किया? उस वक़्त किया जवाब देंगे.

8. पक्के रंग की वजह से कपड़ों पर से रंग न निकलने की वजह से ख़राब होना

9. घर और मोहल्ले की दिवार का रंग ख़राब हो जाना. 

10. मोहल्ले और गलियों की कीचड़ और गंदगी का होना. 


11.पानी में बार बार भीगने की वजह से सर्दी बुखार हो जाना. 

12. केमिकल वाला रंग उड़ने की वजह से बालों का वक़्त से पहले सुफेद होना और सर में खुजली वग़ैरा पैदा होने से नुक़सान पहौचना। 

13. जो रंग डाले जाने को पसंद नहीं करते उन पर रंग डाला जाये तो उन को तकलीफ पहुंचती है और बाज़ मर्तबा झगड़ा भी हो जाता है।

अल्लाह हर शख्स को इस से बचने की तोफीक  फरमाए. 

📗👉मुफ़्ती इमरान इस्माइल 
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, 

2 Comments