जनाज़े की दुआं याद ना हो तो क्या करें?


🔵 आज का सवाल 6🔵


अगर किसी शख्स को जनाज़े की दुआं याद ना हो तो वह क्या करे नमाज़ पढ़े या ना पढ़े


🔴जवाब🔴

अगर किसी को दुआं याद ना हो तो उसको सिर्फ
[ اللّٰهمَّ اغفِر للِمُؤمِنِينَ وَالمُؤمِنَات"]
कह देना काफी है, अगर ये भी ना हो सकें और वह सिर्फ चार तकबीर कहें, तब भी नमाज़ हो जायेगी, नमाजे़ जनाज़ा में दुआं फर्ज़ नहीं बल्कि सुन्नत है और इसी तरह दरूद शरीफ भी फर्ज़ नहीं है!


📗👉 दर्सी बेहशती ज़ेवर पेज 264

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